कविताएँ :: जावेद आलम ख़ान
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कविताएँ :: अरुण आदित्य
उम्र एक जादुई पत्थर है जो हमारे सिरहाने रखा हुआ है
कविताएँ :: गार्गी मिश्र
राजा का राज रहेगा लेकिन धरती हमेशा गाँव के बैगा की होगी
कविताएँ :: पार्वती तिर्की
विश्वविद्यालयों में प्रोफ़ेसर अब मुश्किल से ही बचे थे
कविताएँ :: प्रीति चौधरी
संताप का एक महीन रेशा कुलबुलाता है मेरी साँसों में
कविताएँ :: अदीबा ख़ानम