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  1. Kshitij नवम्बर 11, 2020 at 4:59 अपराह्न

    Behad pyaari kavita likhi hai aapne….
    कभी इतने ऊँचे मत होना
    कि कंधे पर सिर रखकर कोई रोना चाहे तो
    उसे लगानी पड़े सीढ़ियाँ
    Ye waali….
    Behad khoobsoorat….ishwar aapko khoob khushiyan de… badhayi aapko..

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