कविताएँ :: शिवदीप
Posts tagged भारतीय कविता
संजीदा नज़र आना कितना ज़रूरी है अपनी ज़ात के फक्कड़पन और ना-हमदर्दी को ज़िंदा रखने के लिए
ख़ालिद जावेद की नज़्में :: उर्दू से लिप्यंतरण : मुमताज़ इक़बाल
क़ैद की इच्छा करो और तुम क़ैद हो जाओगे
केकी एन. दारूवाला की कविताएँ :: अनुवाद और प्रस्तुति : शिवम तोमर
केवल देवी बनकर जीवित रहना संभव नहीं इस संसार में
कविताएँ :: बेबी शॉ
मैं बेहोश होने से ज़्यादा बेहोश होने की ‘वजह’ हो जाता हूँ
कविताएँ :: भूपिंदरप्रीत
बूँद-बूँद संचित होता रहता है वाष्पित अभिमान
सुपर्णा मंडल की कविताएँ :: बांग्ला से अनुवाद : अमन त्रिपाठी