मेरे प्रभु, मैं खो चुका हूँ अपना आकार in कविताएँ विश्व कविता on जनवरी 3, 2023 जनवरी 6, 2023 हाइरिल अनवर की कविताएँ :: अँग्रेज़ी से अनुवाद : जितेंद्र कुमार त्रिपाठी