चार्ल्स बुकोवस्की की कविताएँ :: अनुवाद और प्रस्तुति : रंजना मिश्र
मैं चाहती हूँ, मेरे उरोज तुम्हें उत्तेजित कर दें
जॉयस मन्सूर की कविताएँ :: अनुवाद और प्रस्तुति : अखिलेश सिंह
एक टूटे हुए पत्ते की स्थिति से वसंत नहीं आना चाहिए
कविताएँ :: अमिताभ चौधरी
मोह कमज़ोरों की भावना थी
कविताएँ :: राजेश कमल
पाप, साँप और मैं
कविताएँ और तस्वीरें :: शैलेंद्र साहू
ट्रांसजेंडर, औरत और शब्दों की सियासत
‘पोस्ट बॉक्स नंबर 203 नाला सोपारा’ पर :: तसनीफ़ हैदर