कविताएँ :: मनोज कुमार झा
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द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने के बाद
कविता :: बेबी शॉ
प्रेत 1/ मरहूम प्रेमी 1/ मोहल्ले का पागल 1
लंबी कविता :: अभिजीत
मुझमें केवल एक ही कमी थी कि मैं था
कविताएँ :: सोमेश शुक्ल
विदा का अर्थ उसके क्षणों से अधिक स्मृति में स्पष्ट होता है
कविताएँ :: आदर्श भूषण
यदि मैं दूसरा व्यक्ति होता तो आस-पास की सभी चीज़ों को दूसरी नज़र से देखता
कविताएँ :: रूपायण घोष