नज़्में :: विनीत राजा
Browsing Category भारतीय कविता
मेरे लबों को तुम्हारे ख़ूँ की तलब लगी है
नज़्में :: कायनात
अभिलाषा क्या है? पूछ रहे हो, सुनो!
प्रमोद सर की कविताएँ :: ओड़िया से अनुवाद : सुजाता शिवेन
मैंने उर्दू को आक़ कर दिया
नज़्में :: तसनीफ़ हैदर
गिद्ध की प्रेयसी बनकर
मनीषा जोषी की कविताएँ :: गुजराती से अनुवाद : सावजराज
शमा-ओ-शाइर
कवितावार में अल्लामा इक़बाल की कविता :: भावानुवाद : शमशेर बहादुर सिंह