चार्ली चैप्लिन की याद ::
स्वर और प्रस्तुति : शैलजा चतुर्वेदी
‘सदानीरा’ को यह प्रस्तुति गार्गी मिश्र के सौजन्य से प्राप्त हुई है, इस परिचय के साथ : ”आज विश्व रंगमंच दिवस है और ये शैलजा (चतुर्वेदी) हैं। वह रंगमंच से जुड़ी हैं। बनारस की हैं। बी.एच.यू. से पढ़ी हैं। फ़िलहाल इंफ़ोसिस (हैदराबाद) में काम कर रही हैं और समय निकाल कर रंगमंच भी। उनसे shailja288@gmail.com पर बात की जा सकती है।”
मैं योगेश्वर तिलिश्मी मेरा आपसे अनुरोध कृपया आप मेरी ग़ज़ल या मेरे लेख अपनी पत्रिका में सम्मलित करें
मुझे आपका यह प्रयास बहुत पसंद आया धन्यवाद