शरद जोशी के कुछ उद्धरण ::
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एक चवन्नीछाप मुशायरे के बहाने
चाबुक :: तसनीफ़ हैदर
कहीं ऐसी बातें भी की जाती हैं
चाबुक :: प्रचण्ड प्रवीर
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ग्राफिक गल्प :: प्रमोद सिंह
कहने और न कहने के खतरे जानते हुए
मौजूदा हिंदी कविता से जुड़े कुछ अनुभव :: अंचित
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चाबुक :: सुशील सिद्धार्थ