कविताएँ :: श्रीया
Posts tagged स्त्री विमर्श
प्रेम मेरी हत्या कैसे करेगा?
कविताएँ :: प्रियंका दुबे
मैं ख़ुद को नहीं दूँगी
केट शोपैं के कुछ उद्धरण :: अँग्रेज़ी से अनुवाद : सरिता शर्मा
नदियाँ हड्डियों को पवित्र नहीं करतीं
कविताएँ :: नेहा नरूका
अँधेरे में सिर्फ़ अँधेरा हाथ लगता है
कविताएँ :: पायल भारद्वाज
गिरे हुए पत्ते नहीं देख पाते अपना वसंत
कविताएँ :: सुजाता गुप्त