अली अकबर नातिक़ की नज़्में :: लिप्यंतरण : मुमताज़ इक़बाल
Posts tagged उर्दू कविता
मिडिल क्लास आदमी के पास सिर्फ़ फ़ेसबुक है
नज़्में :: तसनीफ़ हैदर
पूरी रात में लिखी गई एक अधूरी नज़्म
नज़्में :: मुमताज़ इक़बाल
हमको रक़्स करना था, रक़्स कर न पाए हम
नज़्में :: इरशाद ख़ान सिकंदर
मैं संग नहीं इंसान हूँ क्यों घर तामीर करूँ
वहीद अहमद की नज़्म :: लिप्यंतरण : तसनीफ़ हैदर
उससे कहना अभी मैं ज़िंदा हूँ
शम्सुर्रहमान फ़ारूक़ी की नज़्में :: लिप्यंतरण : मुमताज़ इक़बाल