नीलमणि फूकन की कविताएँ :: असमिया से अनुवाद और प्रस्तुति : कल्पना पाठक
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आँखों पर पर्दा हो तो कितना सुखमय है संसार
कविताएँ :: अरुण आदित्य
पीछे कुछ नहीं है कुछ नहीं के सिवा
लंबी कविता :: तल्हा ख़ान
अब्बास ग़ायब है
लंबी कविता :: ज़ुबैर सैफ़ी
मुनीम पहाड़िया की चलती गाड़ी में खड़े घोड़े
लंबी कविता :: आमिर हमज़ा
उलझूँ तो बस स्वयं या चंद्रमा के साथ
कविताएँ :: रिया रागिनी