सदानीरा : अंक 27 | वर्ष 9

क्रम ::
ग्रीष्म 2022
एंथ्रोपोसीन

आवरण
मी जे

प्रवेश
जे सुशील

कविता

बांग्ला
शक्ति चट्टोपाध्याय
अनुवाद : भाष्वती घोष

असमिया
नवकांत बरुआ
अनुवाद : सुलोचना

राजस्थानी
सांवर दइया
मोहन आलोक
ओम पुरोहित ‘कागद’
अनुवाद : नीरज दइया

कुमाऊँनी
गिरीश तिवाड़ी ‘गिर्दा’
शेरदा अनपढ़
दिवा भट्ट
त्रिभुवन गिरि
अनुवाद : त्रिभुवन गिरि

नेपाली
हरिभक्त कटुवाल
विजय मल्ल
मनप्रसाद सुब्बा
अनुवाद : प्रियंका शर्मा

अँग्रेज़ी
रूमी नक़वी
अनुवाद : जे सुशील
ऐन वाल्डमेन
अनुवाद : देवेश पथ सारिया
नॉमी स्टोन
अनुवाद : हरि कार्की

उर्दू
मजीद अमजद
सरवत हुसैन
अमजद इस्लाम अमजद
अज़रा नक़वी
ज़ीशान साहिल
मोहम्मद अल्वी
चयन और लिप्यंतरण : तौसीफ़ ख़ान

हिंदी
अम्बर पांडेय
अनुज लुगुन
राही डूमरचीर
पार्वती तिर्की

बातें
अमिताभ घोष से जे सुशील

आलेख
चंदन श्रीवास्तव
सोपान जोशी
रमाशंकर सिंह
दिनेश कुमार मिश्र

रिपोर्ताज
उमेश कुमार राय

गद्य
पृथ्वी परिहार

सिद्धांत
उर्सला के. ले गुइन
अनुवाद : सारुल बागला

सफ़र
अशोक पांडे

पुस्तकांश
सुमना रॉय
अनुवाद : जे सुशील

कला
बिरेंदर यादव
राजेश कुमार
रिंकू चौहान
रंजीत सिंह
विक्रम नायक
मी जे

आभार

प्राप्ति

सदानीरा’ का यह विशेषांक अब प्रिंट में उपलब्ध नहीं है। डिजिटल फ़ॉर्म में यह अंक मात्र 100 रुपए में NotNul पर उपलब्ध है।

2 Comments

  1. अनूप सेठी मई 4, 2022 at 1:01 पूर्वाह्न

    ANUP SETHI, B-1403, KSHITIJ, Great Eastern Links, RAM MANDIR RD., GOREGAON (WEST), MUMBAI 400104
    चंदा गूगल पे पर दिया है। अंक 27 की हार्डकॉपी भेजें।

    Reply
  2. Pingback: Sadaneera Hindi Journal Looks at the Anthropocene about Climate Change | Simant Dube

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