केट शोपैं के कुछ उद्धरण ::
अँग्रेज़ी से अनुवाद : सरिता शर्मा

केट शोपैं

समुद्र की आवाज़ आत्मा से बात करती है।

उस पक्षी के पंख मज़बूत होने चाहिए जिसे परंपरा और पूर्वाग्रह के समतल मैदान से ऊपर उठना है।

कौन बता सकता है कि ईश्वर उस सूक्ष्म बंधन को बनाने में किन धातुओं का उपयोग करते हैं, जिसे हम सहानुभूति कहते हैं; जिसे हम प्रेम भी कह सकते हैं।

सफल होने के लिए—एक कलाकार के पास—साहसी आत्मा होनी चाहिए। …वह आत्मा जो हिम्मत करती है और चुनौती देती है।

मुझे हमेशा उन स्त्रियों के लिए बहुत दुःख होता है, जो चलना पसंद नहीं करतीं। वे जीवन की इतनी दुर्लभ छोटी-छोटी झलकियाँ और अन्य बहुत कुछ खो देती हैं। हम स्त्रियाँ कुल मिलाकर ज़िंदगी के बारे में बहुत कम सीखती हैं।

कुछ लोग ऐसे होते हैं जो इतने समय तक भी अपनी छाप नहीं छोड़ पाते हैं, जितने समय तक पानी पर चप्पू की छाप रहती है।

मैं अनावश्यक चीज़ों को छोड़ दूँगी, मैं अपना धन दे दूँगी, मैं अपने बच्चों के लिए अपनी जान दे दूँगी; लेकिन मैं ख़ुद को नहीं दूँगी।

…क्या वह चयन करती है?

शादी पृथ्वी पर सबसे अधिक शोचनीय दृश्य है।

सभी मतभेदों को विरोध मान लेना विचित्र है।

अपनी कॉफ़ी से सारी गर्माहट को ख़त्म मत करो, इसे पियो।

प्रणय बस युवाओं की कल्पना को भड़काने के काम आते हैं, उनसे सत्य में कुछ भी बढ़ावा नहीं होता है।

अमीर बनने का तरीक़ा पैसा कमाना है, पैसा बचाना नहीं।

ज़्यादातर स्त्रियाँ तुनकमिज़ाज और सनकी होती हैं।

अगर आप परवाह करते हैं तो धर्म, निष्ठा, सब झुक जाएँगे।

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केट शोपैं (1851-1904) अमेरिकी लेखिका हैं। उनके यहाँ प्रस्तुत उद्धरण अँग्रेज़ी से हिंदी अनुवाद के लिए गूगल से चुने गए हैं। सरिता शर्मा सुपरिचित हिंदी लेखिका और अनुवादक हैं। उनके किए कुछ और संसारप्रसिद्ध लेखिकाओं के उद्धरण यहाँ पढ़ें : मुझे बस अपने कथानकों के विफल होने का डर है

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