नसीर अहमद नासिर की नज़्में :: उर्दू से लिप्यंतरण : मुमताज़ इक़बाल
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धान की डेहरी में मनही की तरह सोता है मेरे भीतर देवरिया
कविताएँ :: विवेक कुमार शुक्ल
अगर तुम जीना चाहते हो तो तुम्हें पहले अपने अंतिम संस्कार में शामिल होना चाहिए
कैथरीन मैन्सफ़ील्ड के उद्धरण :: अँग्रेज़ी से अनुवाद : सरिता शर्मा
मैं चाहता हूँ हर चीज़ का विकल्प होना, मैं चाहता हूँ जल्दी ही निर्विकल्प होना
कविताएँ :: देवी प्रसाद मिश्र
एक स्त्री कितनी प्रेम-कविताओं का भार साह सकती है
कविताएँ :: मनोज कुमार झा
मेरे जीवन की शुरुआत और अंत तो स्पष्ट थे, मुझे बस बीच के हिस्से पर क़ाबू पाना था
ओउज़ अताय के कुछ उद्धरण :: तुर्की से अनुवाद और प्रस्तुति : निशांत कौशिक