कविताएँ :: पूर्वांशी
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फूल ऐसा हो कि मैं तोड़ूँ तो वह निहारने लगे मेरी आत्मा
कविताएँ :: हर्ष
मैं घर के साथ सोते-जागते अँधेरे की हो गई हूँ
कविताएँ :: आंशी अग्निहोत्री
मैं अद्वितीय हूँ और व्यथा मेरी
कविताएँ :: इंदु भूषण बाली
मेरे बिस्तर पर आने वाले दिलफ़रेब चाँद, देखो—उल्लू की कलाओं ने मुझे कैसे बचा रखा है
कविताएँ :: कमल जीत चौधरी
सरई पेड़ की छाँव हो तुम
कविताएँ :: राही डूमरचीर