आग़ा शाहिद अली की कविताएँ :: अनुवाद : अमित तिवारी
Posts tagged शरणार्थी कविता
बातचीत के बीच अक्सर चुप्पियां आकर बैठ जाती हैं
क्लाउडिया रैंकिन की कविताएं :: अनुवाद और प्रस्तुति : यादवेंद्र
मैं यह कविता तुम्हें सौंपता हूं
जिमी सांतियागो बका की कविताएं :: अनुवाद और प्रस्तुति : उपासना झा
मेरी लहूलुहान उंगलियां भरती रहीं तुम्हारी तिजोरियां
रियानो गिडन्स का एक गीत :: अनुवाद और प्रस्तुति : यादवेंद्र
कश्मीर से आया ख़त
आग़ा शाहिद अली की कविताएं :: अनुवाद और प्रस्तुति : अंचित
आजादी, जिसे मैंने कभी देखा ही नहीं
एक किताब, एक कवि और चार कविताएं :: अनुवाद और प्रस्तुति : अशोक पांडे