तनवीर अंजुम की नज़्में :: उर्दू से लिप्यंतरण : मुमताज़ इक़बाल
Posts tagged उर्दू कविता
ख़्वाब में एक नज़्म ख़ुद को देखती है और ख़्वाब से बाहर आ जाती है
ज़ीशान साहिल की नज़्में :: उर्दू से लिप्यंतरण : मुमताज़ इक़बाल
मैं डरता हूँ अपने पास की चीज़ों को छूकर शाइरी बना देने से
अफ़ज़ाल अहमद सय्यद की नज़्में :: उर्दू से लिप्यंतरण : मुमताज़ इक़बाल
संजीदा नज़र आना कितना ज़रूरी है अपनी ज़ात के फक्कड़पन और ना-हमदर्दी को ज़िंदा रखने के लिए
ख़ालिद जावेद की नज़्में :: उर्दू से लिप्यंतरण : मुमताज़ इक़बाल
नज़्म वेटिंग लाउंज में बैठी मुसाफ़िर लड़कियों के हाथ का सामान है
नसीर अहमद नासिर की नज़्में :: उर्दू से लिप्यंतरण : मुमताज़ इक़बाल
मैं शाइर था लेकिन कहानी सुनाने का फ़न जानता था
अली अकबर नातिक़ की नज़्में :: लिप्यंतरण : मुमताज़ इक़बाल