नज़्में और नज़्मों से :: सारा शगुफ़्ता लिप्यंतरण : अर्जुमंद आरा
Posts tagged उर्दू कविता
जन्नती औरतो, अपने ज़िंदाँ में आबाद हो?
अ’म्मार इक़बाल की नज़्में :: उर्दू से लिप्यंतरण : मुमताज़ इक़बाल
रात जब मेरी आँखों पर उतारी गई
सारा शगुफ़्ता की कविताएँ :: उर्दू से अनुवाद : मुमताज़ इक़बाल
हमने ख़राब हाली में ऐसे चलन चले अब सब उधर चलेंगे जिधर को हमन चले
ग़ज़लें :: नईम सरमद
जुगनू तुम मेरी ज़िंदगी में जबसे आए हो
इफ़्तिख़ार नसीम की कविताएँ :: उर्दू से लिप्यंतरण और प्रस्तुति : तसनीफ़ हैदर
जिस्म के साथ आख़िरी लम्हे
नज़्में :: शारिक़ कैफ़ी