सुजान सौन्टैग के कुछ उद्धरण :: अनुवाद : सरिता शर्मा
मेरे हृदय ने गूँजना बंद कर दिया है
आग़ा शाहिद अली की कविताएँ :: अनुवाद : अमित तिवारी
‘मैं एक व्यक्ति के तौर बहुत राजनीतिक आदमी हूँ’
बातें :: अभिषेक मजूमदार से अमितेश कुमार
तृतीय पुरुष का आगमन
मंगेश नारायणराव काले की लंबी कविता के अंश :: मराठी से अनुवाद : सुनीता डागा
जो चिरंतन है, वही ग्राह्य है
देवीशंकर अवस्थी के कुछ उद्धरण ::
आत्मा का अन्न
शुरुआत :: आग्नेय