ई. ई. कमिंग्स के कुछ उद्धरण :: अनुवाद : रंजना मिश्र
रेत हो गई नदी में पानी की वापसी तक
कविताएँ :: मोहन राणा
केवल ख़ुद को धिक्कारना चाहिए
हरमन हेस के कुछ उद्धरण :: अनुवाद : सरिता शर्मा
आज के हिसाब से ज़रूरी
कविताएँ :: सुधीर रंजन सिंह
स्त्री, स्त्री और स्त्री
भुवनेश्वर के कुछ उद्धरण ::
अभिनंदन उस सलीब का होता है जो प्रतीक बन चुका
अज्ञेय के कुछ उद्धरण ::