नज़्म :: तसनीफ़ हैदर
ऐसी कोई अनुपस्थिति नहीं जो अपूरणीय हो
रने शार की कविताएं :: फ्रेंच से अनुवाद : रीनू तलवाड़
किराये का घर
कवितावार में ओ.एन.वी. कुरुप की कविता :: मलयालम से अनुवाद : एन.पी. कुट्टन पिल्लै
ओह! मौसी, ये दुनिया…
ग्राफिक गल्प :: प्रमोद सिंह
‘मेरा संघर्ष हमेशा शुद्धता के लिए रहा है’
बातें :: जॉर्ज सेफेरिस से एडमंड कीले अनुवाद : विपिन चौधरी
डूबती शामों के नीले आसमान के लिए
कविताएं :: शुभम श्री