कविता :: अजंता देव
Browsing Category कविताएँ
‘बाबुल की दुआएँ लेती जा…’ जैसे गीत बेटियों को मूर्ख बनाने के लिए लिखे गए
कविताएँ :: यशस्वी पाठक
मेरी प्रेम-कविता में नदी, पेड़ और पहाड़ नहीं हैं
कविताएँ :: दीपक सिंह
घर कभी नहीं चाहता उन लोगों पर गिरना जो उसमें रहते हों
कविताएँ :: शहबाज़ रिज़वी
संपूर्ण की भाँति क्षणभंगुर
मारिएला कॉरडेरो की कविताएँ :: अँग्रेज़ी से अनुवाद : देवेश पथ सारिया
नहीं भी सही जगह इस्तेमाल हो तो बच जाती हैं घटित होने से कई त्रासदियाँ
कविताएँ :: शचीन्द्र आर्य