रणजीत दाश की कविताएँ :: बांग्ला से अनुवाद : बेबी शॉ
Posts tagged बांग्ला कविता
देश ने हमें कोई मातृभाषा नहीं दी अभी तक
शंख घोष की कविताएँ :: बांग्ला से अनुवाद : बेबी शॉ
बहुत दिनों तक चिड़िया की आवाज़ न सुनने से इंसान का एक हिस्सा ख़राब हो जाता है
सुबोध सरकार की कविताएँ :: बांग्ला से अनुवाद : अमृता बेरा
हमारा मर्म हमारे जीवन का शिल्प है
देवारति मित्र की कविताएँ :: बांग्ला से अनुवाद : बेबी शॉ
घर की शर्म को घर में ही रहने दो
चैताली चट्टोपाध्याय की कविताएँ :: बांग्ला से अनुवाद : जोशना बैनर्जी
केवल देवी बनकर जीवित रहना संभव नहीं इस संसार में
कविताएँ :: बेबी शॉ