लूथर ह्यूज़ की कविता ::
अँग्रेज़ी से अनुवाद : सरिता शर्मा
यह फ़रवरी का महीना है
ओक के पेड़ों की असंगत श्रेणी
वाक्यांश की तरह फ़ुटपाथ को भर देती है
जो कभी मन से नहीं जाती—
”मुझे तुमसे प्यार है” या “मैंने तुमसे प्रेम किया है।”
उसने आज सुबह मुझे चूमा
जाती हुई सर्दी की भूरी रज़ाई के नीचे
मानो वह मुझसे प्यार करता है, और एक अंतर है
आज प्रकृति के काम में।
कभी-कभी अंतर सरल होता है,
लेकिन आज बस स्टॉप पर कोई महिला
चिल्लाती है, मैं तुमसे नफ़रत करती हूँ कमबख़्त निगर।
मैं वाशिंगटन झील पर सूर्य की रोशनी को
कमज़ोर पड़ते देखता हूँ, एक पक्षी को देखता हूँ
जो शुरू में काग लगता है,
लेकिन अपने फैले पंख को ज़रा-सा मोड़ कर,
जब कचरे के पोखर के पास उतरता है तो कौए में बदल जाता है।
क्या स्त्री नाराज़ है या हताश?
स्टारबक्स की झूठन से थके हुए
कबूतरों का चकत्ता है। कोई आदमी है जो
मुझे देखने वाले किसी व्यक्ति का गिरेबान पकड़े हुए है
मानो मैं कोई जंगल हूँ खो जाने के लिए।
भूख हमेशा ख़ुद को एक तरीक़े से घोषित करती है।
क्या सिएटल में ब्लैक होने का मतलब यह होता है,
यहाँ खड़े होकर वीभत्स विलाप की प्रशंसा करना
कार के हॉर्नों का मानो कुछ भी नहीं हो रहा था?
मेरे बग़ल में श्वेत आदमी मुझे देखता है
और अपने सिर को हिलाता है, मुँह से कृत्रिम मुस्कुराहट फिसलती है।
पुलिस स्त्रियों के समूह की ओर सायरन बजाती है
पार मत करो—भारी लाल मुर्ग़े। हैरानी है कि क्या,
स्त्री ब्लैक है। क्या उससे कोई अंतर पड़ता है?
अपने फ़ोन पर, मैंने एक शीर्षक पढ़ा, जिसमें लिखा था,
”दो चूक गए, लेकिन चार मिल गए। अगली बार वे
इतने भाग्यशाली नहीं होंगे,” चार पक्षियों को इंगित करते हुए, प्रत्येक को गोली
लगी थी सिर पर या भद्दी छाती में।
क्या यह जानने से कोई फ़र्क़ पड़ता है
कि पक्षी अमेरिकी कौए हैं? धुआँ उठ रहा है
नाली से। बच्चा हँस रहा है
या रो रहा है। नीचे लेख में चौदह साल के
जॉर्ज स्टिन्नी जूनियर की हत्या इलेक्ट्रिक कुर्सी से हुई है
दो श्वेत लड़कियों की हत्या के आरोप में।
उसके ब्लैक होने का कभी उल्लेख नहीं किया जाता है। यह मायने रखता है।
यह मारे गए कौओं और
अब तक एकदम चुप हो गई स्त्री से ज़्यादा मायने रखता है,
जिसका अपना शहर है। जब मैं बस में चढ़ता हूँ,
तो सोचता हूँ कि क्या उसका कोई बेटा है। मुझे एक बेटा चाहिए,
यह देखते हुए यह बात अजीब है कि मुझे हाल ही में प्रेम हुआ है
और हम ब्लैक हैं। क्या महाकाय पहाड़ियों के इस शहर में
बच्चे को पालना ग़ैर-ज़िम्मेदाराना नहीं है
और माउंट रेनिए आसमान को चिढ़ा रहा है?
मुझे लगता है कि मैं विशेष लाभ पाने से पहले मर जाऊँगा।
कभी-कभी मैं इस शहर से गुज़रता हूँ
तो लगता है मानो मैं पहले ही मर चुका हूँ।
लूथर ह्यूज़ अमेरिकी कवि-लेखक और संपादक हैं। उनकी कविताएँ संसार के प्रतिष्ठित साहित्यिक माध्यमों पर प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी यहाँ प्रस्तुत कविता अँग्रेज़ी से हिंदी अनुवाद करने लिए theparisreview.org से ली गई है। सरिता शर्मा से परिचय के लिए यहाँ देखें : यह सुनने का एक तरीक़ा है