एवन बोलैंड की एक कविता ::
अँग्रेज़ी से अनुवाद : प्रचण्ड प्रवीर

एवन बोलैंड

संगरोध

सबसे बुरी घड़ी में सबसे बुरे मौसम की
सबों के लिए सबसे बुरे साल में
एक आदमी अपने काम करने की जगह से अपनी बीवी के साथ निकला
वह पैदल चलता जा रहा था—दोनों पैदल चल रहे थे—उत्तर की तरफ़

औरत सूखे के बुख़ार से बीमार थी और वह चल नहीं पा रही थी
आदमी ने उसे उठाया और उसे अपनी पीठ पर लादा
वह पश्चिम की तरफ़ चला और पश्चिम और उत्तर
जब तक रात नहीं हो गई और कँपकँपाते तारे नहीं आ गए

सुबह में दोनों मरे हुए मिले
सर्दी से, भूख से, पूरे इतिहास के ज़हर से
लेकिन औरत के पैर आदमी की छाती से लगे थे
जो कि आदमी के बदन की आख़िरी गर्मी का उसको तोहफ़ा था

कोई भी प्रेम कविता इस दहलीज़ तक न आ पाए
यह कोई जगह नहीं है जहाँ अस्पष्ट
प्रशंसा मिल सकती हो शरीरों की शिष्टता और कामुकता को
यह केवल समय है इस निर्दयी फ़ेहरिस्त का :

उन दोनों की मौत 1847 की सर्दी में हुई
यह भी कि उन दोनों ने किस तरह कष्ट भोगे
वे किस तरह जिए
और है ही क्या एक आदमी और औरत के बीच में
और इस अँधेरे में यही बेहतरीन तरीक़े से सिद्ध किया जा सकता है!

एवन बोलैंड (1944-2020) सुचर्चित आयरिश कवयित्री और लेखिका हैं। उनकी यहाँ प्रस्तुत कविता अँग्रेज़ी से हिंदी अनुवाद के लिए poets.org से ली गई है। प्रचण्ड प्रवीर हिंदी लेखक और अनुवादक हैं। उनसे और परिचय के लिए यहाँ देखें : मैं वृक्ष पर लगे कटहल की तरह हूँ

2 Comments

  1. प्रमोद मई 14, 2020 at 5:12 पूर्वाह्न

    शानदार कव‍िता। पढ़वाने के ल‍िए अनुवादक और सदानीरा का अभार ।

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  2. Saurabh मई 14, 2020 at 7:02 पूर्वाह्न

    Same jo Pramod ji ne bola hai!

    Reply

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