एइ वेइवेइ के कुछ उद्धरण ::
अँग्रेज़ी से अनुवाद और प्रस्तुति : जे सुशील

चीन के कलाकार एइ वेइवेइ का नाम दुनिया के अग्रणी कलाकारों में शामिल है। वेइवेइ ख़ुद को कलाकार-एक्टिविस्ट कहलाना पसंद करते हैं। अपनी कला के कारण चीन की जेल में अस्सी दिन की हिरासत में रहे वेइवेइ चीनी सरकार के दमन को लेकर बेहद मुखर हैं। वह पिछले कुछ समय में मध्यपूर्व के युद्धग्रस्त देशों से यूरोपीय देशों में हो रहे पलायन पर काम कर रहे हैं। विभिन्न साक्षात्कारों में तथा ट्विटर और ब्लॉग्स पर उन्होंने अलग-अलग मुद्दों पर टिप्णियाँ की हैं जिन्हें प्रिंसटन यूनिवर्सिटी प्रेस ने वेइवेइ-वाद (Weiwei-isms) के नाम से छापा है। ये उद्धरण उसी पुस्तक से अनूदित हैं।

एइ वेइवेइ │ तस्वीर सौजन्य : ENCYCLOPÆDIA BRITANNICA

डिजिटल दुनिया

सरकारी कंप्यूटर में सिर्फ़ एक बटन है : डिलीट।

ब्लॉगिंग से पहले, मैं मध्य युग में रह रहा था। अब टाइम और स्पेस को लेकर मेरी सोच संपूर्ण रूप से बदल गई है।

आप चाहें तो मुझे (मेरे ब्लॉग्स) को ब्लॉक कर दें, लेकिन मैं सेल्फ़-सेंसर नहीं करूँगा; क्योंकि वह एकमात्र वजह है जिसकी वजह से मैं ब्लॉगिंग करता हूँ। हम दोनों जानते हैं कि यह एक खेल है। आपको अपनी भूमिका अदा करनी है और मुझे अपनी।

चेयरमैन माओ दुनिया के पहले व्यक्ति थे—ट्विटर का इस्तेमाल करने वाले। उनकी हर उक्ति 140 शब्दों में समा जाती है।

अगर शेक्सपियर आज ज़िंदा होते तो शायद वह ट्विटर पर लिख रहे होते।

#aiflowers

अभिव्यक्ति की आज़ादी

कहिए आपको जो कहने की ज़रूरत है—बिल्कुल सीधे और सादे शब्दों में, और फिर उसकी ज़िम्मेदारी लीजिए।

एक छोटा-सा कर्म लाखों विचारों के बराबर है।

आज़ादी का अर्थ हर चीज़ पर सवाल उठाने का अधिकार है।

बोलने की आज़ादी में यह समाहित है कि दुनिया परिभाषित नहीं है। यह तभी अर्थपूर्ण होती है जब लोगों को यह अनुमति हो कि वे दुनिया को अपने तरीके से देख सकें।

दुनिया नहीं बदलेगी अगर आप ज़िम्मेदारी का बोझ अपने कंधों पर नहीं लेंगे।

मेरा पसंदीदा शब्द : ‘करो’।

चीन के बुद्धिजीवियों और प्रोफ़ेसरों और उनका बचाव करने वाले राजनीतिक माफ़िया के बीच एक महीन-सी रेखा है जो उन्हें अलग करती है।

एइ वेइवेइ │ तस्वीर सौजन्य : aiweiwei.com

आर्ट और एक्टिवविज्म

हर चीज़ कला है। हर चीज़ राजनीति है।

जीवन कला है। कला जीवन है। मैंने इन दोनों को कभी अलग नहीं करता। मुझे बहुत अधिक क्रोध महसूस नहीं होता। मेरे पास बहुत सारी ख़ुशियाँ भी हैं।

मेरा काम हमेशा राजनीतिक रहा है, क्योंकि चीन में आर्टिस्ट होने का फ़ैसला ही राजनीतिक है।

‘कला को सिर्फ़ कला’ के तौर पर करने को मैं बहुत कम समय देता हूँ।

बहुत कम लोगों को पता है कि कला इतनी महँगी क्यों बिकती है। मैं भी यह नहीं जानता हूँ।

एइ वेइवेइ │ तस्वीर सौजन्य : aiweiwei.com

इतिहास, ऐतिहासिक क्षण और भविष्य

अगर एक राष्ट्र अपने अतीत का सामना नहीं कर सकता तो उसका कोई भविष्य नहीं है।

हमें पुरानी भाषा से बाहर निकलने की ज़रूरत है।

दुनिया गोल है, इसमें न तो कोई पूरब है न पश्चिम।

मैं नहीं चाहता कि अगली पीढ़ी भी वही लड़ाइयाँ लड़े जो मैंने लड़ी।

एइ वेइवेइ │ तस्वीर सौजन्य : aiweiwei.com

व्यक्तिगत क्षण

जब मैं हिरासत में था तो उन दिनों मैं सबसे अधिक चाँद के बारे में सोचा करता था।

हर दिन यह ख़याल आता है कि आज मुझे फिर से हिरासत में ले लिया जाएगा…

मैं अक्सर ख़ुद से पूछता हूँ कि क्या मैं दुबारा हिरासत में लिए जाने से डरता हूँ। मुझे आज़ादी से प्रेम है जैसा किसी और को है, शायद सबसे अधिक। लेकिन यह भी एक त्रासदी है कि आप अपनी ज़िंदगी एक डर में बिताएँ। यह डर असल में आज़ादी के ख़त्म होने से भी बुरा है।

पुलिस की गाड़ियों को उलट देना ज़बरदस्त व्यायाम है। ये एकमात्र खेल है जिसे मैं बहुत पसंद करता हूँ।

मुझे न्यूयॉर्क से प्रेम है—उसके एक-एक इंच से। उस समय थोड़ा डर लगा था, लेकिन उत्साह का भाव बहुत मज़बूत था—बौद्धिक रूप से और जो दिख रहा था विजुअली। ये शहर किसी दैत्य-सा था।

जब मैं वापस चीन लौटा (अमेरिका से), मेरे पास न तो अमेरिकी पासपोर्ट था, न ही पत्नी थी और न ही यूनिवर्सिटी की कोई डिग्री। चीनी समाज के हिसाब से मैं बिल्कुल असफल था।

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जे सुशील से परिचय के लिए यहाँ देखें : मेरी स्मृतियाँ ख़त्म हो रही हैं

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