वाल्तेयर के कुछ उद्धरण ::
अँग्रेज़ी से अनुवाद और प्रस्तुति : नीता पोरवाल
फ़्रांसीसी क्रांति के विचारक फ़्रांकोइस-मैरी आउरेट, जिन्हें नॉम डे प्लम वाल्तेयर (1694-1778) के नाम से जाना जाता है, संसारप्रसिद्ध फ़्रांसीसी इतिहासकार और दार्शनिक हैं। वह अपनी वाक्-पटुता, ईसाई धर्म की आलोचना—विशेष रूप से रोमन कैथोलिक—के साथ ही अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, स्वतंत्रता की वकालत के पक्ष में होने के लिए जाने जाते हैं। उनके जीवन-काल में उनके कई प्रसिद्ध कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। उन्होंने सर आइजक न्यूटन और सेब के बारे में प्रसिद्ध कहानी को लोकप्रिय बनाने में मदद की। वाल्तेयर ने कभी शादी नहीं की और उनकी मृत्यु भी विवाद का विषय रही। यहाँ प्रस्तुत है इंटरनेट पर अँग्रेज़ी में उपलब्ध उनके कुछ उद्धरणों का हिंदी अनुवाद :
किसी व्यक्ति को उसके जवाबों के बजाय उसके सवालों से आँकें।
●
ईश्वर दर्शकों के साथ खेलता एक विदूषक है, जिसके दर्शक हँसने से भी डरते हैं।
●
कॉमनसेंस इतना भी कॉमन नहीं होता।
●
हमें पढ़ना चाहिए, और हमें नाचना चाहिए; ये दोनों सुख दुनिया को कभी नुक़सान नहीं पहुँचाएँगे।
●
जीवन एक टूटे हुए जहाज़ का हिस्सा है, पर हमें गीत गाना लाइफ़बोट में भी नहीं भूलना चाहिए।
●
मैंने कभी कुछ ज़्यादा तो नहीं, पर भगवान से एक प्रार्थना तो की है : हे भगवान, मेरे दुश्मनों को हास्यास्पद बना दो। और भगवान ने इसे मंज़ूर कर लिया।
●
किताबों की भारी मात्रा के बावजूद, कितने लोग हैं जो पढ़ते हैं! और अगर कोई तरीक़े से पढ़ता है, तो उसको एहसास होगा कि हर दिन निगलने के लिए कितनी बकवास सामग्री भरी पड़ी है।
●
जो आपको मूर्खतापूर्ण कामों में भरोसा दिला सकते हैं, वे आपसे अत्याचार भी करवा सकते हैं।
●
उन लोगों पर प्यार लुटाओ जो सच्चाई की खोज में रहते हैं; लेकिन जो इसे पा लेते हैं, उनसे सावधान रहो।
●
अपने लिए सोचें और दूसरों को भी ऐसा करने का सौभाग्य दें।
●
हम कभी जीते नहीं हैं; हम हमेशा जीने की उम्मीद में रहते हैं।
●
अमीरों का सुख ग़रीबों की प्रचुर आपूर्ति पर निर्भर करता है।
●
चिकित्सा की कला में रोगी को ख़ुश करना शामिल है, जबकि बीमारी को प्रकृति ठीक करती है।
●
सिर्फ़ जीतना काफ़ी नहीं है, किसी को लुभाना भी सीखना चाहिए।
●
अच्छाई की दुश्मन संपूर्णता की कोशिश है।
●
विचारों की आज़ादी आत्मा का जोश है।
●
मैंने उससे वैसे ही प्यार किया, जैसे हमने हमेशा पहली बार प्यार किया हो—देवपूजा और वन्य जुनून के साथ।
●●●
नीता पोरवाल सुपरिचित और सम्मानित अनुवादक हैं। उनसे और परिचय के लिए यहाँ देखें : मैं अपनी लटों से उसका कफ़न सिलूँगी