दुन्या मिखाइल की कविताएँ :: अँग्रेज़ी से अनुवाद : देवेश पथ सारिया
Posts tagged स्त्री विमर्श
वह कहती है उसके अंदर बहुत सारी औरतें हैं
कविताएँ :: आरती हजाम
कभी-कभी दुनिया छोटी करके भी किया माफ़
कविताएँ :: अंशिका निरंजन
रातरानी की महक सिर्फ़ रातरानी से उतरती है
कविताएँ :: वियोगिनी ठाकुर
स्त्री के पैरों पर
कविताएँ :: प्रियंका दुबे
बहुत कम जीने की तुलना में, मर जाना कम दुखद लगता है
ग्लोरिया स्टायनेम के कुछ उद्धरण :: अँग्रेज़ी से अनुवाद : सरिता शर्मा