भास्कर चक्रवर्ती की कविताएँ :: बांग्ला से अनुवाद : बेबी शॉ
Posts tagged बांग्ला कविता
क्या अब भी पाठ-योग्य नहीं हुआ समय!
बेबी शॉ की कविताएँ :: बांग्ला से अनुवाद : सुलोचना वर्मा
हम आजकल सहन नहीं कर पाते दूसरों का मत, क्षमा कीजिए हज़रत
क़ाज़ी नज़रुल इस्लाम की कविताएँ :: बांग्ला से अनुवाद : सुलोचना वर्मा
एक मुट्ठी जुगनुओं का प्रकाश लेकर ख़ाली मैदान में जादू दिखा रहा है अंधकार
पूर्णेंदु पत्री की कविताएँ :: बांग्ला से अनुवाद : सुलोचना वर्मा
एक विषाद से भरा मनुष्य रहता है हमेशा हास्यमय भीड़ में
शक्ति चट्टोपाध्याय की कविताएँ :: बांग्ला से अनुवाद : रोहित प्रसाद पथिक
सितारों को यह डर नहीं होता कि जुगनू उनकी तरह दिखते हैं
रवींद्रनाथ टैगोर की कविताएँ :: अनुवाद : अनिमेष मुखर्जी