ग्लोरिया स्टायनेम के कुछ उद्धरण ::
अँग्रेज़ी से अनुवाद : सरिता शर्मा

ग्लोरिया स्टायनेम │ तस्वीर सौजन्य : wsj

स्त्रीवादी वह है जो स्त्रियों और पुरुषों के बीच समानता और पूर्ण मानवता को स्वीकार करे।

कल्पना की छलाँग लगाए बिना या सपने के बिना, हम संभावनाओं के उत्साह को खो देते हैं। आख़िरकार सपने देखना योजना बनाना ही है।

जब हम अनुमोदन की तलाश बंद कर देते हैं, तब अक्सर हमारे लिए सम्मान अर्जित करना आसान हो जाता है।

हमने बेटियों का पालन-पोषण बेटों की तरह करना शुरू कर दिया है, लेकिन बहुत कम लोगों में इतना साहस है कि वे अपने बेटों को बेटियों की तरह बड़ा होने दें।

आप जो भी करना चाहते हैं, कर डालें… अपने आपको मूर्ख बनाना बेहद ज़रूरी है।

हम वे पुरुष बन रही हैं, जिनसे हम शादी करना चाहती थीं।

लेखन एकमात्र ऐसा काम है, जिसे करते समय मुझे नहीं लगता कि मुझे कुछ और करना चाहिए।

सहानुभूति मानवीय भावनाओं में सबसे अधिक विलक्षण है।

लड़कियों को जानने की ज़रूरत है कि वे नियम तोड़ सकती हैं।

हम सभी—पुरुषों और स्त्रियों—के लिए मुख्य समस्या सीखना नहीं है, बल्कि सीखे हुए को भूल जाना है।

बहुत से लोग सही व्यक्ति बनने की कोशिश करने के बजाय, सही व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं।

हँसी एक बचाव है।

स्त्रियों के पास दो विकल्प हैं : या तो वे स्त्रीवादी हैं या पीड़ा सुखभोगी हैं।

एक दिन पके बालों वाली स्त्रियों की सेना चुपचाप पृथ्वी पर क़ब्ज़ा कर सकती है!

अगर जूता फिट नहीं आता है, तो क्या हमें पैर को बदल देना चाहिए?

कोई कुर्सी भी किसी छोटी, सीमित जगह की तरह जेल ही होती है।

स्त्रियाँ हमेशा कहती रहती हैं, ‘‘हम वह सब कुछ कर सकती हैं, जो पुरुष कर सकते हैं।’’ लेकिन पुरुषों को कहना चाहिए, ‘‘हम वह सब कुछ कर सकते हैं, जो स्त्रियाँ कर सकती हैं।’’

मुझे लिखना पसंद नहीं है—मुझे मेरे बारे में लिखा जाना पसंद है।

अमीर लोग तीन पीढ़ियों के लिए योजना बनाते हैं, ग़रीब लोग शनिवार रात की योजना बनाते हैं।

उन लोगों के द्वारा सबसे अच्छे निर्णय लिए जाते हैं, जो उनसे प्रभावित होते हैं।

स्त्रियों की जुआ खेलने की सारी इच्छा शादी से पूरी हो जाती है।

अगर आप सभी तर्कों के ख़िलाफ़ अपने आपको किसी घटना की ओर आकर्षित हुआ पाते हैं, तो आगे बढ़िए—ब्रह्मांड आपको कुछ बता रहा है।

हमें पीढ़ी दर पीढ़ी यह याद रखना चाहिए कि सिखाने के लिए जितना है, उतना ही सीखने के लिए है।

बहुत कम जीने की तुलना में, मर जाना कम दुखद लगता है।

ताक़त हासिल की जा सकती है, लेकिन दी नहीं जाती है। ताक़त हासिल करने की प्रक्रिया अपने आपमें सशक्तीकरण है।

कहा जाता है कि हमारे जीवन का सबसे बड़ा निर्धारक यह है कि हम दुनिया को रोमांचक मानते हैं या शत्रुतापूर्ण। दोनों ही दृष्टिकोण स्वयं को पूरा करने वाली भविष्यवाणी बन जाते हैं।

जब अतीत मर जाता है तो शोक होता है, लेकिन जब भविष्य मर जाता है तो हमारी कल्पनाएँ उसे आगे बढ़ाने के लिए मजबूर हो जाती हैं।

कोई भी व्यक्ति जो कुछ अनुभव कर रहा है, उस समय वह इसके विशेषज्ञों से बड़ा विशेषज्ञ होता है।

मैं जहाँ भी जाती हूँ—शहर के चौक पर—किताबों की दुकानें अभी भी सबसे प्रिय हैं।

मैं मृत पुरुषों की पूजा उनकी ताक़त के कारण किया करती थी, मैं यह भूल गई थी कि मैं मज़बूत थी।

हम इतने अलग हैं, फिर भी कितने समान हैं।

साहसिक काम तब शुरू होता है, जब मैं अपने घर से बाहर निकलती हूँ।

अगर आप लंबे समय तक यात्रा करते हैं, तो हर कहानी उपन्यास बन जाती है।

स्त्रीवाद स्मृति है।

सामान्यीकरण से नफ़रत करो, विशिष्टता से प्यार करो।

अतियथार्थवाद अंतर्वस्तु पर शैली की विजय है।

जब लोग मुझसे पूछते हैं कि इतने वर्षों के बाद भी मुझमें आशा और ऊर्जा क्यों है, तो मैं हमेशा कहती हूँ : ‘‘क्योंकि मैं यात्रा करती हूँ।’’

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ग्लोरिया स्टायनेम (जन्म : 1934) प्रसिद्ध अमेरिकी स्त्रीवादी लेखिका और कार्यकर्ता हैं। उनके यहाँ प्रस्तुत उद्धरण अँग्रेज़ी से हिंदी अनुवाद के लिए goodreads.com से चुने गए हैं। सरिता शर्मा सुपरिचित हिंदी लेखिका और अनुवादक हैं। उनके किए कुछ और संसारप्रसिद्ध लेखिकाओं के उद्धरण यहाँ पढ़ें :

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